महिंद्रा म्यूचुअल फंड ने पेश किया महिंद्रा टॉप 250 निवेश योजना


एक ऐसी इक्विटी स्कीम, जो लॉर्ज और मिड कैप कंपनियों पर फोकस करेगी
 
• लॉर्ज कैप्स की स्थिरता और मिड कैप्स की वृद्धि प्रदान करने का उद्देश्य
• क्यूओवी प्रक्रिया के जरिए बेहतर रिटर्न की संभावनाओं के लिए सक्रिय स्टॉक चयन
• बदलते बाजार चक्र में अच्छे प्रदर्शन के लिए रूल आधारित विविधीकरण
• एनएफओ शुरुआती अभिदान के लिए 6 दिसंबर को खुलेगा और 20 दिसंबर 2019 को बंद होगा।
 
इंदौर। महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेस लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडयरी महिंद्रा म्यूचुअल फंड ने नया ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम महिंद्रा टॉप 250 निवेश योजना को पेश किया है। यह योजना उन निवेशकों के लिए है जो लंबी अवधि में पूंजी में वृद्धि चाहते हैं और लॉर्ज एवं मिड कैप कंपनियों के इक्विटी तथा इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में निवेश पर आय पाना चाहते हैं। महिंद्रा म्यूचुअल फंड के मुख्य मार्केटिंग अधिकारी जतिंदर पाल सिंह ने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में अनुमान है कि भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तमाम फिस्कल और मौद्रिक राहत की घोषणा की वजह से यह जल्द ही बाउंस बैक होगी। बाजार का भविष्य का नजरिया अच्छा दिख रहा है और कॉर्पोरेट की संभावित आय में रिकवरी तथा मैक्रोइकोनॉमिक माहौल में संतुलन भी बन रहा है। हमारा विश्वास है कि यह स्कीम इक्विटी पोर्टफोलियो में वृद्धि के साथ स्थिरता का नजरिया प्रदान करेगी और यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो लंबी अवधि में संपत्तियों का निर्माण और आय चाहते हैं। यह नया फंड ऑफर 6 दिसंबर को खुलेगा और 20 दिसंबर 2019 को बंद होगा। यह स्कीम लगातार बिक्री और खरीदी के लिए फिर से अलॉटमेंट की तारीख के बाद 5 वर्किंग डे के अंदर खुलेगी।
 महिंद्रा म्यूचुअल फंड के मुख्य इक्विटी रणनीतिकार वेंकटरमन बालासुब्रमणियन ने कहा कि महिंद्रा टॉप 250 निवेश योजना का उद्देश्य एक ऐसी पोर्टफोलियो का निर्माण करना है जो लॉर्ज और मिड कैप में बराबर का एक्सपोजर ले साथ ही बाजार चक्रों के आधार पर टैक्टिकल कॉल ले। स्टॉक चयन की प्रक्रिया गुणवत्ता, आउटलुक और मूल्यांकन (क्यूओवी) के जरिए होगी ताकि बेहतर रिटर्न की संभावनाएं हों। स्कीम की योजना सभी बाजार पूंजीकरण में अलोकेट करने की है जिसमें टाप डाउन और बॉटम अप रणनीति का मिला जुला होगा जो रिसर्च और आउटलुक पर आधारित होगा। यह स्कीम न्यूनतम 80 फीसदी इक्विटी और इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में करेगी, और 65 फीसदी तक लॉर्ज कैप एवं मिड कैप कंपनियों में करेगी। स्कीम में डेट और मनी मार्केट प्रतिभूतियों (सीबीएलओ, रिवर्स रेपो) में 20 फीसदी निवेश का प्रावधान है और 10 फीसदी रिट तथा इनविट्स द्वारा जारी की गई यूनिटों में करने का प्रावधान है।


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