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पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले महामंडलेश्वर मिर्ची बाबा

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चाय पर  हुई चर्चा के निकाले जा रहे सियासी मायने, लोकसभा चुनाव से पहले हो सकता है बड़ा धमाका भोपाल। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज "मिर्ची बाबा" अचानक सोमवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने उनके निवास पर पहुंचे। पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिर्ची बाबा की चाय पर हुई चर्चा से सियासी बाजार गर्म है। राजनीतिक हलकों में इसके सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं। माना जा रहा है कि मिर्ची बाबा की इस मुलाकात के बाद लोकसभा चुनाव से पहले कोई बड़ा धमाका होने की संभावना जताई जा रही है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि जो शिवराज सिंह चौहान मिर्ची बाबा से सियासी नफरत करते हुए उन्हें एक राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार भी बनाया वही आज उनके गले मिल रहें हैं। राजनीतिक समीक्षक शिवराज सिंह और मिर्ची बाबा की मुलाकात को महत्वपूर्ण मान रहे हैं। यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा कि यह खिचड़ी पक कर किस रूप में सामने आएगी।  नरोत्तम से भी हो चुकी है मुलाकात  इसके पूर्व भी पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी वैराग्या

तीसरा अंतरराष्ट्रीय योगिनी अवार्ड सम्मेलन 11 फरवरी को ऋषिकेश में

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सम्मानित होंगी देश-विदेश की योगिनी भोपाल। एडुजीलाइफ (एजुकेशन फार गर्ल लाइफ) संस्था और परमार्थ निकेतन ऋषिकेश तीसरा अंतरराष्ट्रीय योगिनी अवार्ड सम्मेलन 11 फरवरी को ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन आश्रम में करने जा रही है। उक्त जानकारी देते हुए एडुजीलाइफ संस्था की संस्थापक अध्यक्ष एवं इंडिपेंडेंट डायरेक्टर, आईएल, भारी उद्योग मंत्रालय नई दिल्ली डॉ आर एच लता ने बताया कि यह योगिनी अवार्ड का तीसरा वर्ष है। इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य देश-विदेश में योग का व्यापकता से प्रसार-प्रचार और इस क्षेत्र में वर्षों से कार्य कर रही मातृशक्ति को उन्नत और उच्च सहयोग एवं संबल प्रदान करना है। डॉ लता ने कहा कि देश में शिक्षा क्षेत्र के बाद सबसे अधिक महिलाएं योग के क्षेत्र में कार्य कर रही है। पर बहुतायत यह देखने में आता है कि उन्हें इस सेवा के प्रति प्रेरित नहीं किया जाता और सम्मान भी नहीं दिया जाता है। जबकि उनका योगदान समाज में निःस्वार्थ भाव से ज्यादा है। डॉ लता ने बताया कि भारत में विकसित भारत की प्रक्रिया के तहत नियोजित विभिन्न  क्षेत्रों को सहयोग करते हुए एडुजीलाइफ भारत के स्वर्णिम अमृत काल के लिए वचनबद्ध ह

भाजपा में शामिल हो सकते हैं आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज

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राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराने के बाद कांग्रेस और अन्य दलों से संतों का मोह हो रहा भंग भोपाल। अयोध्या में प्रभु श्री रामलला की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम ठुकराना कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को अब भारी पड़ने लगा है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों से जुड़े राष्ट्र संतों ने अब इन पार्टियों से किनारा करना शुरू कर दिया है। राम मंदिर के निर्माण के बाद अब मध्यप्रदेश में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। संतों का झुकाव अपने आप भाजपा की ओर बढ़ने लगा है। राष्ट्रीय पटल पर भाजपा एक बड़ी हिंदुत्व रक्षक पार्टी बन चुकी है। शायद यही वजह है कि संत समाज कांग्रेस, सपा, बसपा जैसी अन्य दलों को दरकिनार कर अब भाजपा का दामन थाम सकते हैं। आगामी लोक सभा चुनाव से पूर्व संत समाज से एक बड़ा वर्ग अब भाजपा में शामिल हो सकता है।  सूत्रों की माने तो निरंजनी पंचायती अखाड़ा के महामंडलेश्वर आचार्य  स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार को पूर्व गृह मंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता डा नरोत्तम मिश्रा से उनके निवास पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज की सौ

मंत्रीगण को विभागीय कार्यप्रणाली को अच्छे से समझना चाहिए : श्री तोमर

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लीडरशिप समिट के दूसरे दिन विभिन्न वक्ताओं ने साझा किए मूल्यवान विचार भोपाल । मंत्रीगण विधान सभा में दिए आश्वासनों को प्रतिबद्धता के साथ पूरा करें। यह बात विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में लीडरशिप समिट के दूसरे दिन के पहले सत्र को सम्बोधित करते हुए कही। विधान सभा अध्यक्ष श्री तोमर प्रशासनिक समन्वय एवं विधानसभा कार्यप्रणाली विषय पर उद्बोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मंत्रीगण को अपने विभाग की कार्यप्रणाली और प्रक्रियाओं को पूरी तरह समझना चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा और श्री राजेन्द्र शुक्ल एवं मंत्रि-परिषद के सदस्य उपस्थित थे। विधान सभा अध्यक्ष श्री तोमर ने प्रशासनिक व्यवस्था और कार्यप्रणाली को समझाते हुए कि नीतियों के बनाने, क्रियान्वयन करने और समीक्षा को बेहतर ढंग से करने के लिए अध्ययन करने की सलाह दी। मंत्रीगण अपने अपने विभाग में नवाचार पर भी ध्यान दें। समीक्षा करने के साथ विभाग में समय की मांग के अनुसार प्रशासनिक सुधार करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण संवाद और सहयोग मह

रामलला को 11 दिन में मिला 10 करोड़ का दान

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3.50 करोड़ ऑनलाइन मिले; 25 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए अयोध्या । अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के विराजमान हुए 11 दिन हो गए हैं। अब तक 25 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं। इसके अलावा औसतन हर दिन एक करोड़ रुपए चढ़ावा चढ़ाया जा रहा है। रामलला को अब तक करीब 10 करोड़ रुपए चढ़ावा आया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुताबिक, पिछले 11 दिनों में दान पेटियों में करीब 6.5 करोड़ रुपए जमा हुए हैं और करीब 3.50 करोड़ ऑनलाइन मिले हैं। इसमें पहले दिन मिला 3.17 करोड़ का चढ़ावा भी शामिल है। सोना-चांदी भी दान कर रहे हैं भक्त रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 22 जनवरी को मुकेश अंबानी, पत्नी नीता अंबानी, बेटी ईशा और दामाद आनंद पीरामल के साथ पहुंचे थे। ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक, अंबानी ने 2 करोड़ से अधिक की धनराशि दान दी। वहीं, हीरा कारोबारी दिलीप कुमार लाखी ने 101 किलो सोने का दान किया है। इसकी कीमत 68 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इस सोने से दरवाजे, त्रिशूल और डमरू बनाए गए हैं। महावीर मंदिर से 10 करोड़ का दान पटना के महावीर मंदिर की ओर से राम मंदिर के लिए 10 करोड़ रुपए दान में दिया गया है। म

प्राचीन परंपराओं को जीवित रखने का करें प्रयास: भागवत

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डिब्रूगढ़। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि लोग हम और वे, हमारे और उनके में विभाजित हैं। जो लोग इन समूहों से परे जाना चाहते हैं और मानवता को बचाना चाहते हैं, वे अंत में एक अलग समूह बन जाते हैं। डॉ. भागवत आज इंटरनेशनल सेंटर फॉर कल्चरल स्टडीज के तत्वावधान में प्राचीन परंपराओं और संस्कृतियों के बुजुर्ग विषयक पांच दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का आयोजन डिब्रूगढ़ स्थित वैली स्कूल परिसर में किया गया है। संघ प्रमुख ने 30 से अधिक देशों की 33 से अधिक प्राचीन परंपराओं का प्रतिनिधित्व करने वाली परंपराओं और संस्कृतियों के बुजुर्गों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे अपने आसपास अत्यधिक आक्रामक वातावरण के बावजूद अपने प्राचीन परंपराओं एवं विश्वासों को जीवित रखने का प्रयास करें, क्योंकि दुनिया को अब उनके ज्ञान की जरूरत है।  दुनिया संघर्षों का सामना कर रही  संघ प्रमुख ने कहा कि दो हजार साल की प्रगति और भौतिक समृद्धि के बावजूद, दुनिया संघर्षों का सामना कर रही है। बाहर या भीतर कोई शांति नहीं है। बच्चे बंदूक के साथ स्कूलों में जाते हैं और

अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों को मिला एक ग्रह पर पानी

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धधकते ग्रह पर नासा के हबल टेलीस्कोप ने खोजा, क्या जीवन है मौजूद? वॉशिंगटन । हबल स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल कर खगोलविदों ने अंतरिक्ष में पानी की खोज की हैय़ पृथ्वी से 97 प्रकाशवर्ष दूर एक छोटे, धधकते-गर्म ग्रम के वातावरण में वैज्ञानिकों ने पानी के अणुओं का पता लगाया है। इस ग्रह का नाम GJ 9827d है। यह पृथ्वी के व्यास से दोगुना है। यह सबसे छोटा एक्सोप्लैनेट है, जिसके वायुमंडल में जल वाष्प मिला है। पानी जीवन के लिए सबसे जरूरी है। लेकिन बढ़ा हुआ तापमान इस ग्रह पर किसी भी प्रकार का जीवन नहीं होने दे सकता। यहां का पानी गर्मी के कारण भाप बनकर वायुमंडल में चला जाता है। खगोलविदों के लिए अभी तक इस ग्रह के वातावरण की वास्तविक प्रकृति का पता लगाना बाकी है। लेकिन यह रहस्य हमारे सौर मंडल के बाहर ग्रहों की उत्पत्ति पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालेगा। गुरुवार को इससे जुड़ी रिपोर्ट द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में प्रकाशित किया गया है। इस स्टडी की सह लेखक लॉरा क्रेडबर्ग ने एक बयान में कहा, 'इतने छोटे ग्रह पर पानी एक ऐतिहासिक खोज है।' इस ग्रह का तापमान 437 डिग्री सेल्सियस है। इसी कारण यह ग्रह भाप से भर