छोटा ग्रहण : अधिक चमक का पाजिटिव संदेश देगा बुद्ध पूर्णिमा का चंद्रमा- सारिका घारू

उपछाया ग्रहण वाला चंद्रमा उदित होने के कुछ मिनिट बाद बन जायेगा लावर सुपरमून 26 मई को शाम 7 बजकर 19 मिनिट तक चंद्रमा पर उपछाया ग्रहण की घटना भोपाल। बुधवार यानी 26 मई को आ रहीं बुद्ध पूर्णिमा का चंद्रमा मध्यप्रदेश में उदय होते समय तो होगा उपछायाग्रहण में लेकिन जब क्षितिज से उपर आयेगा तो बन चुका होगा सुपरमून। नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुये बताया कि साल के दूसरे सुपरमून में इसकी पृथ्वी से नजदीकियां बढ़कर आपसी दूरी 357.462 किमी रह जायेगी। नजदीक आने से पूनम का यह चांद 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत अधिक चमकीला दिखेगा। पिछले 26 अप्रैल को हुये सुपरमून की तुलना में इस बार चंद्रमा 157 किमी नजदीक होगा। पश्चिमी देशों में वहां खिलने वाले फूलों के कारण इसे लावरमून नाम दिया गया है। सारिका ने मैप की मदद से बताया कि पूर्वी भारत में उदित होते चंद्रमा में आंशिक ग्रहण रहेगा। मध्यप्रदेश के सभी जिलों में चंद्रोदय के समय यह उपछाया ग्रहण रहेगा। उपछाया ग्रहण में चंद्रमा की चमक में इतना कम अंतर आता है कि इसे खाली आंखों से पहचानना कठिन होता है। 7 बजकर 19