-कांग्रेस ने तत्कालीन शिवराज सरकार की शराब नीति
को लेकर की वास्तविकता उजागर
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान निरंतर शराब को लेकर नौटंकी व राजनीति कर रहे हैं, जनता को भ्रमित व गुमराह कर झूठ परोस रहे हैं। जब उनकी पार्टी सत्ता में थी और वह 13 वर्ष तक मुख्यमंत्री थे, तब उनकी सरकार ने शराब व्यवसाय को खूब बढ़ावा दिया और शराबबंदी की घोषणा कर अपने वादे से पलट गए।
आज जब सत्ता में नहीं है, विपक्ष में है तो शराब के विरोधी बनकर जनता को भ्रमित व गुमराह कर रहे हैं और अपनी सरकार में वे शराब के सबसे बड़े हिमायती थे। आज कह रहे हैं कि उनकी सरकार में शराब के उत्पादन में कमी की गई, एक भी शराब की दुकान को बढ़ाया नहीं गया और वह धीरे-धीरे शराब बंदी के पक्ष में थे। कांग्रेस ने उनके इस सफेद झूठ का खुलासा करते हुए कहा कि वर्तमान मंत्री जीतू पटवारी का एक प्रश्न क्रमांक 2688 जो कि 25 जुलाई 2017 को उन्होंने विधायक के रूप में पूछा था। शिवराज सिंह चैहान जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। तत्कालीन विधायक जीतू पटवारी ने जब उस समय के वित्त मंत्री जयंत मलैया से शराब दुकानों व शराबबंदी को लेकर प्रश्न पूछा था। उस प्रश्न के उत्तर में प्रदेश के तत्कालीन वित्त मंत्री जयंत मलैया द्वारा दिए गए उत्तर में स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि प्रदेश में वर्ष 2003 में 2211 देशी एवं 581 विदेशी शराब की दुकानें संचालित होती थी। वहीं वर्ष 2016 -17 में बढ़कर 2594 देसी एवं 1089 विदेशी मदिरा शराब की दुकानें संचालित हो रही हैं। इसी प्रश्न के उत्तर में उस समय के वित्त मंत्री ने स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया है कि सरकार शराबबंदी के पक्ष में नहीं है।
इस उत्तर से शिवराज सिंह चैहान व उनकी सरकार की झूठ की पोल खुल रही है, उनकी वास्तविकता उजागर हो रही है कि अपनी सरकार के समय तो उन्होंने शराब को खूब बढ़ावा दिया, शराबबंदी से वह मुकर गये और विपक्ष में आने के बाद शराब के विरोध का झूठा झंडा बुलंद कर जनता को भ्रमित व गुमराह कर रहे हैं। ऐसे कई झूठ पिछले 10 माह में प्रदेश की जनता ने विपक्ष में आने के बाद शिवराज सिंह चैहान व भाजपा के देख लिये है।
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