अगर इंसान को अमर करना है तो उसकी कहानी पर किताब छाप दो : शर्मा


-दुनिया की पहली टॉकिंग गीता के द्वितीय संस्करण का विमोचन 


भोपाल। लोग सच ही कहते हैं अगर इंसान को अमर करना है तो उसे किताबों का अमृत पिला दो, और उसकी सोच को अमर करना है तो उसकी कहानी पर किताब छाप दो। यह बात जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भोपाल मास्टर प्रिंटर्स एसोसिएशन  के तत्वावधान में भारत में प्रिंटिग इंडस्ट्रीज (मुद्रण व्यवसाय) की बेहतरी एवं ग्रोथ के लिए कार्य करने वाला अग्रणी संगठन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ मास्टर्स प्रिंटर्स, के राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार एवं 247वीं जनरल काउंसिल मिटिंग का दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद अपने उदबोधन में कही। इस अवसर पर मंत्री पी सी शर्मा ने प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया। अपने उदबोधन में शर्मा ने इसी पुस्तक में बीएमपीए भोपाल के अध्यक्ष अशोक गुप्ता के मैसेज  की तारीफ करते उनकी कथन को पढ़ा। शर्मा ने कहा कि राजनेता व प्रिंटिंग का चोली दामन का साथ रहा है। पर इतने नजदीक भारत के हर क्षेत्र के मास्टर प्रिंटर से पहली बार मुलाकात हो रही है। इस अवसर पर शर्मा ने आदर प्रिंटिंग लिमिटेड द्वारा निर्मित दुनिया की पहली टॉकिंग गीता के द्वितीय संस्करण का विमोचन भी किया।
=प्रिंटिग व्यवसाय में 50 वर्ष पूर्ण करने वालों का सम्मान
 इस अवसर पर भोपाल में प्रिंटिग व्यवसाय में 50 वर्ष पूर्ण  करने वाले प्रिंटिंग व्यवसायियों व संस्थाओं का सम्मान किया गया। इस समारोह में भोपाल के प्रिंटिंग व्यवसाय में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिभावान बच्चों का सम्मान भी किया गया। जिसमे अनुराग श्रीवास्तव को आईटी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया। सम्मान में प्रमुख आकर्षण आदर्श प्रिटिंग प्रा. लि. के मनीष राजोरिया की पुत्री अंकिता श्रीवास्तव रही। आर्गन डोनर अंकिता वर्ड ट्रासलांट गेम्स में दो गोल्ड एवं एक सिल्वर विजेता रह कर देश व भोपाल का नाम ऊंचा किया है। 


प्रिंटेड वस्तुओं का प्रयोग जन्म से मृत्यु प्रमाण पत्र तक


सत्र का संचालन करते हुए भोपाल मास्टर प्रिंटर एसोसिएशन के मनीष राजोरिया ने प्रिंटिंग व्यवसाय के इस आयोजन के महत्व व उपयोगिता पर प्रकाश डाला। आपने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि प्रिंटिग उद्योग विश्व का तीसरा सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला उद्योग है। उन्होंने कहा की इस युनिवर्स में कोई भी एसा व्यक्ति नहीं है जिसने प्रिंटेड वस्तुओं का प्रयोग नहीं किया हो। आपके नोट (मुद्रा) से लेकर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र तक पूरे जीवन में आप किसी न किसी रूप में प्रिंटिंग व प्रिंटेड वस्तुओं से जुडे होते है। एेसी बहुत सी इंडस्ट्रीज है जहां प्रिंटिंग के बिना उसका की महत्व नहीं है जैसे पब्लिशिंग, हेल्थकेअर, मार्केटिंग एजेंसी, रिटेल और फायनेंस सेक्टर। 


मुद्रण व्यवसाय के उत्थान व प्रगति के लिए कार्य 


आॅल इंडिया फेडरेशन ऑफ मास्टर प्रिंटर्स के आल इंडिया प्रेसिडेंट दिव्यज्योति कलिका ने अपने वक्तव्य में बताया कि ए.आई.एफ.एम.पी. के पुरे भारत के 80 शहरों में ढाई लाख मेंबर है जो 4 रीजन में बंटे हुए है।  संगठन के महत्व को बताते हुए बताया यह  प्रिंटिंग उद्योग को एक मजबूत मंच प्रदान कर रहा है। जो मुद्रण व्यवसाय के उत्थान व प्रगति के लिए कार्य करता है। यह सरकार के सामने अपनी मांगों व समस्याओं पर चर्चा करता हैं।  कार्यक्रम के समापन पर आभार व्यक्त करते हुए बीएमपीए के सचिव ने भारत भर से पधारे लोगों का स्वागत व धन्यवाद किया।


भोपाल में प्रथम बार हुआ यह आयोजन 


आॅल इंडिया फेडरेशन ऑफ मास्टर प्रिंटर एवं भोपाल मास्टर प्रिंटर एसोसिएशन की 247 वीं जनरल काउंसिल मिटिंग तथा दो दिवसीय सेमिनार होटल कोर्टयार्ड बाय मेरिएट में संपन्न हुआ। यह आयोजन भोपाल में प्रथम बार हुआ। इस अवसर पर आल इंडिया फेडरेशन ऑफ मास्टर प्रिंटर के अध्यक्ष दिव्यजोति कलिता, सचिव के राजेंद्रन व प्रोफेसर कमल चोपड़ा सहित भारत वर्ष से आए 150 जी.सी. मेंबर उपस्थित थे। भोपाल में इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक भोपाल मास्टर प्रिंटर एसोसिएशन के पदाधिकारी जिसमें अध्यक्ष अशोक गुप्ता, उपाध्यक्ष शशी अग्रवाल, सचिव मनोज अग्नीहोत्री, सहसचिव विकास जैन, कोषाध्यक्ष मनमोहन श्रीवास्तव व एग्जिक्यूटिव मेंबर मनीष राजोरिया, संजय गुप्ता सुनील अवसरकर, यशवंत श्रीवास्तव उपस्थित थे।


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