जवानों की फायरिंग के बाद हथियार छोड़कर भागे नक्सली
बालाघाट। जिले में एक तरफ कोराना संक्रमण काल में प्रशासन और पुलिस लोगों को राहत पहुंचाने में जुटे है। दूसरी तरफ जिले में सक्रिय नक्सल संगठन इन पुलिस पार्टीयों पर हमले कर उन्हे घात लगाकर नुकसान पहुंचाने की तैयारी में है। आज लांजी क्षेत्र के सीमावर्ती गांव मोहन खोदरा में इसी तरह का एक हमला घात लगा कर बैठे नक्सलियों के एक गु्रप ने सर्चिंग पर निकली पुलिस पार्टी पर किया। जिसमें नक्सलियों की संख्या 20 के आस-पास बताई जा रही है। हालांकि पुलिस की हॉक फोर्स की सर्चिंग पार्टी के मुठभेड़ में जवाबी हमले के बाद नक्सली मौके से फरार हो गये। इस दौरान पुलिस को नक्सलीयों द्वारा छोड़ी गई एक भरमार बंदूक, कुछ जिंदा कारतुस और असलहा मिला है। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सीमा से लगे लांजी थाना क्षेत्र टेमनी चौकी अंतर्गत मोहन खोदरा गांव में आज सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच लगभग आधा घंटे तक मुठभेड़ चली। जिसमें नक्सलियों की ओर से किये गये फायरिंग के जवाब में हॉकफोर्स के जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव को देखते हुए नक्सली भाग गये। घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने नक्सली सामग्री के साथ ही एक 12 बोर की भरमार बंदूक, बारूद और छर्रे बरामद किये है। बताया जाता है कि इंटर स्टेट इस ऑपरेशन में बालाघाट पुलिस के अलावा नक्सली उन्मूलन में लगे हॉकफोर्स के जवान और राजनांदगांव पुलिस भी शामिल थी।
एक नक्सली के आहत होने की आशंका
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने घटनास्थल से नक्सली वेपन मिलने पर आशंका जाहिर की है कि इस मुठभेड़ में किसी एक नक्सली के आहत होने की संभावना है। हालांकि जब तक इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल जाती, तब तक कुछ भी कहना अभी संभव नहीं है। उनकी मानें तो सुरक्षाबलों और नक्सलियों की मुठभेड़ के बाद जंगलो में फरार नक्सलियों की तलाश के लिए चार और अतिरिक्त पार्टियों को सर्चिंग पर भेजा गया है। इस घटना के बाद जिले के सभी थाना और चौकियों में हाईअलर्ट पर रहने के निर्देश दिये गये है।
नक्सलियों ने किया 15 राऊंड फायर
पुलिस सुत्रो से प्राप्त जानकारी अनुसार लांजी थाना क्षेत्र के देवरबेली और टेमनी में तैनात नक्सली उन्मूलन में लगे हॉकफोर्स की टीम सर्चिंग कर रही थी। इस दौरान ही सुरक्षाबलों को 3 से 4 नक्सली दिखाई दिये। जिनके तरफ सुरक्षाबल के जवान बढ़ रहे थे कि आहट मिलते ही नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशान बनाते हुए उन पर फायरिंग करना शुरू कर दिया। जिस पर हॉकफोर्स ने भी नक्सलियों की फायरिंग का जवाब देते हुए जवाबी फायरिंग की। इस दौरान लगभग आधा घंटे चली मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से फरार हो गये। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से नक्सली सामग्री के साथ ही बंदूक, बारूद और छर्रे बरामद किये है। बताया जाता है कि सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच चली मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों की ओर से 15 राउंड फायरिंग की गई। जवाब में भी सुरक्षाबलों की ओर से भी नक्सलियों को करारा जवाब दिया गया। पुलिस पार्टी पर हमला करने वाले नक्सली टांडा दलम से जुड़े होना बताये जा रहे है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सीमा पर हमें नक्सलियों के होने की सूचना मिल रही थी। जिसके बाद इंटर स्टेट एक ऑपरेशन लांच किया गया था। जिसमें बालाघाट पुलिस के अलावा हॉकफोर्स के जवान और राजनांदगांव पुलिस भी शामिल थी। आज सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच लगभग आधा घंटे मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग गये है। जिसके बाद पूरे इलाके में व्यापक पैमाने पर सर्चिंग आपॅरेशन लॉच किया गया है।
एसडीओपी नितेश भार्गव ने कहा कि सर्चिंग पर गयी हमारी पार्टीयां सामान्य क्रम में लौटते वक्त या सर्चिंग के दौरान कोरोना संक्रमण काल में फंसे मजदूरो और निराश्रित परिवारों को राशन और जरूरी समान पहुंचा रही है। ऐसे में इस दौरान पुलिस पार्टीयों पर हमला करना नक्सलियों की मानसिकता को दर्शाता है कि वे वनवासी कल्याण में नही बल्कि क्षेत्र में लुटपाट और केवल अपराधिक गतिविधियो में लिप्त है।
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