कृषि मंत्री कमल पटेल ने केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया का आभार व्यक्त किया
भोपाल । कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया का एक लाख मीट्रिक टन से अधिक अतिरिक्त यूरिया उपलब्ध कराने पर आभार व्यक्त किया है। कमल पटेल ने बताया कि राज्य में 11 लाख मीट्रिक टन यूरिया की मांग की गई थी, जुलाई तक भारत सरकार से 7.61 लाख मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति कर दी गई। राज्य में मानसून की समय पूर्व सक्रियता से 1.50 लाख मीट्रिक टन यूरिया की अतिरिक्त मांग निकली जिसके लिए कमल पटेल ने केन्द्रीय मंत्री श्री मंडाविया से फोन पर चर्चा कर अतिरिक्त यूरिया उपलब्ध कराने का आग्रह किया था जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था। कमल पटेल के आग्रह पर जुलाई माह की मांग के विरुद्ध 86,000 मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया उपलब्ध करा दिया गया था, अगस्त माह की मांग 2.25 लाख मीट्रिक टन के स्थान पर 2.52 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटित हो गया है जो 27000 मीट्रिक टन अधिक है। कमल पटेल ने बताया कि प्रदेश को अब तक 1 लाख 3 हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया उपलब्ध कराया जा चुका है। कमल पटेल ने राज्य के किसानों के लिए अतिरिक्त यूरिया दिये जाने पर केन्द्र सरकार का आभार जताते हुए प्रदेश के किसानों को भरोसा दिलाया है कि राज्य में यूरिया की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है, किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से यूरिया उपलब्ध कराने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
मिर्ची बाबा ने केंद्रीय जेल अधीक्षक के कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल कहा, कैदियों के पेट काटकर उनकी स्वंत्रता और गरिमा तथा जेल की गोपनीयता कर रहे भंग भोपाल। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने केंद्रीय जेल भोपाल के अधीक्षक पर कैदियों के पेट काटकर उनकी स्वंत्रता और गरिमा तथा जेल की गोपनीयता कर रहे भंग करने का आरोप लगाया है। मिर्ची बाबा ने कहा कि मुझे विशेष सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि जेल में बंद कैदियों के पेट का हक काट कर जेल अधीक्षक ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की कथा का आयोजन केंद्रीय जेल में किया गया एवं कथा के दौरान संबंधित कैदियों से समव्यावहार व बातचीत का वार्तालाप कथावाचक के यूट्यूब चैनल पर भी चलाया जा रहा है । मिर्ची बाबा ने कहा कि केन्द्रीय जेल भोपाल में वर्ष 2023 में कथावाचक हरि ठाकुर चंडीगढ़ एवं वर्ष 2024 में कथावाचक आचार्य अनिरुद्धाचार्य की बड़े स्तर पर दो भागवत कथाओं का आयोजन किया गया था। सवाल यह उठता है कि आयोजन में खर्च की गई राशि और उसकी अनुमति क्या प्रशासन से ली गई थी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन के...
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