इंदौर। परिवहन विभाग की चौकियों से हो रहे भ्रष्टाचार, मप्र में डीजल पर लग रहे सबसे ज्यादा वैट समेत अन्य मांगों को लेकर मप्र के सात लाख ट्रक और अन्य वाणिज्यिक माल परिवहन वाहन 10 से 12 अगस्त तक हड़ताल पर रहेंगे। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस वेस्ट जोन के उपाध्यक्ष विजय कालरा ने कहा कि मप्र में तीन दिन तक रजिस्टर्ड सात लाख ट्रक व अन्य वाणिज्यिक वाहन नहीं चलेंगे, साथ ही मप्र से हर दिन 33 हजार वाहन गुजरते हैं, वह भी नहीं गुजरेंगे। कालरा ने कहा कि हम लगातार मांग कर रहे हैं कि मप्र में चौकियों पर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है और इन चौकियों से करोड़ों रुपए की काली कमाई की जाती है। डीजल पर मप्र में सबसे ज्यादा वैट लिया जा रहा है, आज 28 रुपए का डीजल मप्र में 81 रुपए से अधिक भाव में बिक रहा है। केंद्र ने भी डीजल पर एक्साइज ड्यूटी साल 2014 से 2020 के दौरान 3.56 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 31.83 रुपए प्रति लीटर कर दी है। लॉकडाउन के दौरान का भी गुड, रोड टैक्स मांगा जा रहा है और पेनल्टी भी लगाई जा रही है। कोरोना काल में सभी को बीमा योजना का लाभ मिला लेकिन जान जोखिम में डालकर जरूरी सामग्री पहुंचाने वाले ड्राइवर, कंडक्टर को बीमा योजना नहीं दी गई।
मांग नहीं मानी तो तीन दिन बाद देशव्यापी चक्काजाम
एसोसिएशन ने बताया कि यह सांकेतिक लॉकडाउन अभी तीन दिन का और केवल प्रदेशव्यापी है और यदि मांग नहीं मानी गई तो फिर देशव्यापी चक्काजाम किया जाएगा। हडताल के दौरान वाहनों को कतार से सीमाओं पर खड़ा करेंगे। 11 अगस्त को चौकियों पर दोपहर दो बजे विरोध में हाॅर्न बजाएंगे। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष केएस अटवाल, प्रदेशाध्यक्ष राकेश तिवारी, राजेंद्र त्रेहान, इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती, देवास नाका ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष छतर सिंह भाटी सभी ने हडताल का समर्थन किया है।
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