सैनिक अस्पताल के कोविड वार्ड को दिये ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर
भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। इस साल फरवरी की शुरुआत में कोरोना की महामारी कमजोर पड़ती दिख रही थी। लोग राहत की सांस ले रहे थे। रोजाना नए मामलों की संख्या काफी घट गई थी। एक्टिव मामलों की संख्या बहुत कम रह गई थी। फिर, अचानक कोरोना की दूसरी लहर ने पांव पसारना शुरू कर दिया। कोरोनावायरस से बचने में सबसे कारगर है फेस मास्क। रोग नियंत्रण एवं निवारण केंद्र और कई स्वास्थ्य केंद्र भी लोगों को इसी के लिए जागरुक कर रहे हैं। इसके मद्देनजर जुड़ाव फाउंडेशन ने एन 95 मास्क का प्रदेश में वितरण शुरू कराया और अब तक 20 हजार से ज्यादा एन 95 मास्क भोपाल, पन्ना एवं छत्तरपुर जिलों में वितरित किये जा चुके हैं l इस सम्बंध में आभा शर्मा, निदेशक जुड़ाव फाउंडेशन ने बताया कि कोरोना से युद्ध में मास्क हमारा हथियार है एवं उन्होंने सभी से मास्क पहनने और टीका लगवाने का निवेदन किया l उन्होंने यह भी बताया की संस्थान ने स्विट्ज़रलैंड में समन्वय कर ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर मंगवाये व् सैनिक अस्पताल के कोविड वार्ड को दिये जो कि सैनिक, पूर्व सैनिक, उनके परिवार व आमजन का इलाज भी कर रहे है।
जरूरतमंद को पहुंचाया भोजन और राशन
लॉकडाउन के चलते भोपाल शहर में कई गरीब परिवारों को भोजन और राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। ऐसे में जुड़ाव फाउंडेशन की 12 सदस्यों की टीम आगे आई और 92 गरीब और असहाय परिवार को भोजन एवं 4 हफ्ते की राशन सामग्री पहुंचाई तथा मास्क का वितरण भी किया, जिसमे जन सहयोग भी प्राप्त हो रहा है। राशन सामग्री में आटा, चावल, शक्कर, दाल, तेल, नमक, चाय पत्ती व मसाले हैं। लाभार्थियों में कैंसर पेशेंट, विधवा, कोविड में परिवार खो चुके लोग व कुछ लॉकडॉन के कारण बेरोजगार भी शामिल थे।राशन वितरण कोलार, करोंद, भानपुर, शाहपुरा, गांधीनगर, भेल व अन्य जगह वितरित किया गया।
पड़ोसी राज्य राजस्थान में भी की मदद
जुड़ाव फाउंडेशन राशन सामग्री वितरण को राजस्थान में भी अपनी सहयोगी संस्थान के साथ शुरू कर चुकी है व आने वाले समय में और ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स व ऑक्सीजन संयंत्र भी लगाने की योजना बना रही है।
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