मंहगाई के नाम पर जनता को लूटना बंद करे सरकार: राखी परमार

भोपाल। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की प्रदेश अध्यक्ष रखी परमार ने सरकार से आग्रह किया है कि मंहगाई के नाम पर जनता का शोषण करना बंद करें। श्रीमती परमार ने कहा कि डीजल-पेट्रोल हमारे देशवासियों की खुशहाली एवं समृद्धि तथा जीवन निर्वहन हेतु अत्यंत आवश्यक स्त्रोत माना जाता है। मगर इन 7 वर्षों में इस आम आदमी की जीवन रेखा डीजल-पेट्रोल की कीमतों में लगभग दोगुने से भी ज्यादा वृद्धि हुई है। जिसमें 65 फीसदी कर के रूप में राज एवं केंद्र सरकारों की जेब में जा रहा है। इस कारण वाहनों के उपयोग के अतिरिक्त आम आदमी के रोजमर्रा में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इसके अलावा हमारे देश का किसान जो हमारा अन्नदाता है, डीजल के भाव में इस विधि से उसकी भी कमर टूट गई है और हमारे देश का किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहा है। राखी परमार ने कहा कि जैसा कि सभी लोग जानते हैं कि हमारे देश की सरकारें पहले जनकल्याण की भावना से शासन का संचालन करती थी, किंतु अब यह जनकल्याण भावना फर्जी देशभक्ति एवं फर्जी धर्मांधता की भेंट चढ़ चुकी है। जिसकी आड़ में सरकार अपने समस्त नैतिक मूल्यों को बहुत ही विनम्रता के साथ भक्षण करके पूरी तरह से मनमानी पर उतर आई हैं। श्रीमती परमार ने कहा कि जनता के सामने सिर्फ लुभावने शब्द जाल ही परोसे जा रहे हैं। अब देश की जनता भी हमारे जनप्रतिनिधियों के लच्छेदार भाषण एवं छद्म धर्मांधता एवं क्षेत्र देशभक्ति से उब चुकी है। जनता सरल एवं सुखद उन्नति शील जीवन जीना चाहती है। उन्होंने कहा कि मैं वर्तमान राज्य एवं केंद्र सरकारों से आग्रह करती हूं कि देश की जनता का शोषण अब बंद होना चाहिए। पूंजीपतियों को लाभ न पहुंचाते हुए देश की गरीब, सर्वहारा जनता को समान रूप से जीने का अधिकार प्राप्त होना चाहिए और डीजल-पेट्रोल की कीमतों में सरकार द्वारा प्राप्त किए जाने वाला भारी भरकम कर न्यूनतम किया जाए।

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