राई नृत्यांगनाओं के एचआईवी टेस्ट पर बिफरी कांग्रेस, बताया नारी शक्ति का अपमान



संगीता शर्मा बोली, यह देश की कलाकार बहनों और नारी शक्ति का अपमान
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अशोकनगर कलेक्टर से किया जवाब तलब

भोपाल। मध्यप्रदेश के अशोकनगर में करीला मेले में आई राई नृत्यांगनाओं का स्थानीय प्रशासन द्वारा एचआईवी टेस्ट करवाने के मामले के बाद बवाल मच गया है। इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। इस मामले में ट्वीट करते हुए प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है कि मध्यप्रदेश के अशोकनगर के करीला जानकी मंदिर मेले में परंपरागत राई नृत्यांगनाओं का प्रशाशन ने एचआईवी टेस्ट कराया, यह किसलिए और क्यों किया गया है। संगीता शर्मा ने कहा कि यह देश की महिलाओं, कलाकार बहनों और नारी शक्ति का घोर अपमान है। उन्होंने इसे घोर निंदनीय अपराध बताते हुए प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है। उधर महिला आयोग ने इस पूरी मामले को संज्ञान में लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस पर आपत्ति जताई और कलेक्टर को नोटिस भेजकर 5 दिन में जवाब मांगा है। अशोकनगर  कलेक्टर आर. उमा महेश्वरी काे भेजे पत्र में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने लिखा है कि, आरोप लगाया गया है कि नृत्यांगनाओं के लिए एचआईवी परीक्षण कराना अनिवार्य है, जो उनके सम्मान के साथ जीने के अधिकार का घोर उल्लंघन है।


यह है पूरा मामला

इस पूरे मामले के सामने आने के बाद प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है, हालांकि रविवार काे जिला प्रशासन ने भी प्रेसनोट जारी कर जांच कराने संबंधी मामले को नकारा, लेकिन टेस्ट करने की बात कहने वाले सीएमएचओ डॉ. नीरज छारी ने रविवार को कहा था कि एचआईवी टेस्ट कराने जैसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ, न ही यहां जांच की सुविधा है। वही जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने टेस्ट के पीछे तर्क दिया है कि जो महिलाएं यहां राई नृत्य करने आई है, उनका चरित्र संदेहास्पद हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 11 नृत्यांगनाओं का एचआईवी टेस्ट कराया गया है।चुकि करीला मेला एक धार्मिक आयोजन है। ऐसे में एचआईवी टेस्ट कराना स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़ा करता है।

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