राष्ट्रस्तरीय प्रदर्शनी-सह-विक्री का भव्य उदघाटन


स्वयं सहायता समूह, शिल्पकारों तथा कृषक उत्पादकों को बढ़ावा देने का प्रयास

भोपाल। नाबार्ड द्वारा आयोजित स्वयं सहायता समूह, शिल्पकारों तथा कृषक उत्पादक संगठनों के उत्पादों की राष्ट्रस्तरीय प्रदर्शनी-सह-विक्री का भव्य उदघाटन स्वयं सहायता समूह, शिल्पकारों तथा कृषक उत्पादक संगठनों के उत्पादों को बढ़ावा देने और उन्हें एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से नाबार्ड द्वारा एक राष्ट्र स्तरीय प्रदर्शनी-सह-बिक्री का आयोजन 22 से 31 दिसम्बर तक भोपाल हाट में किया जा रहा है जिसका उद्घाटन रेखा चंदनावेली, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक, भोपाल के कर कमलों से भोपाल हाट परिसर में किया गया। 
प्रदर्शनी सह बिक्री का उद्घाटन करते हुए क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि वित्तीय संस्थाओं, राज्य सरकार और गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर नाबार्ड अपने नवोन्मेषी पहलों से प्रदेश को समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर करने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे रहा है। उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने से दस्तकार अपने उत्कृष्ट उत्पाद लेकर इस प्रदर्शनी में आए हैं जो मध्यप्रदेश के लिये गर्व का विषय है। विभिन्न भाषाओं के लोगो का इस प्रकार से भोपाल हाट मे एकत्रित होना एक पवित्र उत्सव से कम नहीं है। अपने सम्बोधन में, सुनील कुमार, मुख्य महाप्रबन्धक नाबार्ड ने बताया कि इस वर्ष नाबार्ड द्वारा कुल 100 स्टॉल के साथ भोपाल वासियों के लिए भारत के अलग-अलग राज्यों से महत्वपूर्ण उत्पादों को लाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में त्रिपुरा, असम, ओड़ीशा, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना तथा तमिलनाडु राज्य से हस्तशिल्पियों, कृषक उत्पादक संगठन तथा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं अपने द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की बिक्री हेतु आयी है।
 इस अवसर पर बिनोद कुमार मिश्रा, उपप्रबंध कार्यकारी निदेशक, भारतीय स्टेट बैंक ने कहा कि नाबार्ड ने वास्तव में स्वयं सहायता समूहों को स्वयं की सहायता खुद कैसे की जाये ये आज सिखा दिया है। यह आत्मनिर्भरता की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।  इस अवसर पर तरसेम सिंह जीरा, महाप्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंकज यादव, महाप्रबंधक, नाबार्ड, कमर जावेद, महाप्रबंधक, नाबार्ड तथा शासन व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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