अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों को मिला एक ग्रह पर पानी



धधकते ग्रह पर नासा के हबल टेलीस्कोप ने खोजा, क्या जीवन है मौजूद?

वॉशिंगटन । हबल स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल कर खगोलविदों ने अंतरिक्ष में पानी की खोज की हैय़ पृथ्वी से 97 प्रकाशवर्ष दूर एक छोटे, धधकते-गर्म ग्रम के वातावरण में वैज्ञानिकों ने पानी के अणुओं का पता लगाया है। इस ग्रह का नाम GJ 9827d है। यह पृथ्वी के व्यास से दोगुना है। यह सबसे छोटा एक्सोप्लैनेट है, जिसके वायुमंडल में जल वाष्प मिला है। पानी जीवन के लिए सबसे जरूरी है। लेकिन बढ़ा हुआ तापमान इस ग्रह पर किसी भी प्रकार का जीवन नहीं होने दे सकता। यहां का पानी गर्मी के कारण भाप बनकर वायुमंडल में चला जाता है। खगोलविदों के लिए अभी तक इस ग्रह के वातावरण की वास्तविक प्रकृति का पता लगाना बाकी है। लेकिन यह रहस्य हमारे सौर मंडल के बाहर ग्रहों की उत्पत्ति पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालेगा। गुरुवार को इससे जुड़ी रिपोर्ट द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में प्रकाशित किया गया है। इस स्टडी की सह लेखक लॉरा क्रेडबर्ग ने एक बयान में कहा, 'इतने छोटे ग्रह पर पानी एक ऐतिहासिक खोज है।' इस ग्रह का तापमान 437 डिग्री सेल्सियस है। इसी कारण यह ग्रह भाप से भरा है।

सितारों के करीब पानी वाले ग्रह

मॉन्ट्रियल यूनवर्सिटी के ट्रॉटियर इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च के प्रोफेसर और अध्ययन के सह-लेखक ब्योर्न बेनेके ने कहा, 'यह पहली बार होगा कि हम वायुमंडलीय पहचान के जरिए सीधे दिखा सकते हैं पानी से भरपूर वातावरण वाले ये ग्रह असल में दूसरे सितारों के आसपास मौजूद हो सकते हैं।' इस ग्रह के तारे GJ 9827 ने मूल हाइड्रोजन और हीलियम के वातावरण को खत्म कर दिया है।

11 बार किया गया अवलोकन

नासा के केप्लर मिशन की शुरुआत में 2017 में मीन तारामंडल में एक लाल बौने तारे की परिक्रमा करने वाले ग्रह की खोज की गई थी। एक्सोप्लैनेट हर 6.2 दिनों में अपने तारे की एक परिक्रमा पूरी करता है। खगोलविदों ने तीन वर्षों में 11 बार GJ 9827d का अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान यह अपने तारे के आगे से गुजरता था। जब यह तारे के आगे से गुजरता तो तारे की रोशनी में कमी देखी जाती थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक पानी पूरे ब्रह्मांड में सबसे सामान्य चीज है।

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