ट्रांसफर पर पक्ष-विपक्ष में सियासी रार


भाजपा बोली-कुत्तों को तो बख्श देते, कांग्रेस का पलटवार-विपक्ष की मानसिकता संकीर्ण


भोपाल । सूबे में इन दिनों तबादलों के मौसम के दरमियान सुरक्षा बढ़ाए जाने के लिहाज से पुलिस विभाग के डॉग हैंडलर्स के खोजी कुत्तों के ट्रांसफर का आदेश जारी होने के बाद से राज्य की सत्ताधारी दल कांग्रेस और भाजपा में सियासी तकरार शुरू हो गई है। जहां भाजपा ने प्रदेश सरकार की ट्रांसफर नीति पर तंज कसा है। वहीं राज्य सरकार ने इसे प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा बताया है। इस मामले को लेकर शनिवार को भी दोनों प्रमुख दलों में आरोप-प्रत्यारोप जारी थे। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हाय रे बेदर्दी कांग्रेस सरकार, कुत्तों को तो छोड़ देते। पुलिस विभाग ने कुत्तों के थोकबंद तबादले कर दिए। इधर कुत्तों के ट्रांसफर पर सवाल उठाए जाने पर राज्य के वित्त मंत्री तरुण भनोत ने कहा है कि कुत्तों के ट्रांसफर पर सवाल उठाना मानसिक संकीर्णता है। सभी तबादले प्रशासनिक व्यवस्था के तहत किए गए हैं।
यह है मामला :
शुक्रवार को 23वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल में 46 डॉग हैंडलर के ट्रांसफर के आदेश जारी हुए हैं। इन डॉग हैंडलर्स को उनके खोजी कुत्तों के साथ ही ट्रांसफर किया गया है। इससे 46 खोजी कुत्ते प्रभावित हुए हैं। इनमें स्निफर, नार्को और ट्रेकर कुत्ते शामिल हैं। इसमें डफी समेत चार कुत्तों का ट्रांसफर मुख्यमंत्री निवास किया गया है। मुख्यमंत्री निवास की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब इन्हीं कुत्तों की होगी।


इनका कहना है :-


-भाजपा रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाए। तथ्यहीन विषयों पर अनावश्यक राजनीति करना बन्द करे।



अभय दुबे
उपाध्यक्ष, मीडिया विभाग
प्रदेश कांग्रेस


-यह कमलनाथ सरकार का समानता का व्यवहार है। सरकार ने अपनी ट्रांसफर नीति में कोई भेदभाव नहीं किया। सरकार के गठन के साथ ही प्रदेश में तबादलों का दौर लगातार जारी है।



रजनीश अग्रवाल
प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा


 


 


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