भोपाल। लद्दाख एक शांत क्षेत्र रहा है, जहां कभी भी आतंकवाद, हिंसा या अराजकता वाली स्थिति नहीं रही। इसके बावजूद वह विकास की दौड़ में उतना आगे नहीं बढ़ सका, जितना देश के अन्य राज्य बढ़ गए हैं। इसकी वजह यह थी कि वह लंबे समय से अशांत जम्मू-कश्मीर का अंग था। अब केंद्र सरकार ने उसे अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने का निर्णय लिया है, जिसके बाद अब लद्दाख तेजी से विकास करेगा। यह बात भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने लद्दाख को अलग प्रदेश बनाए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही। डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि बौद्ध धर्म के अनुयायियों और स्थानीय आबादी की बहुलता वाला लद्दाख एक खूबसूरत, शांत और सभ्य क्षेत्र रहा है। लेकिन जम्मू-कश्मीर राज्य का अंग होने के कारण यहां भी वही संवैधानिक प्रावधान लागू होते थे, जो जम्मू-कश्मीर में लागू होते थे। इसके अलावा चाहे जम्मू-कश्मीर का आतंकवाद हो या राजनीतिक अस्थिरता, उसका खामियाजा लद्दाख को भी भुगतना पड़ता था और इनसे वहां का विकास प्रभावित हो रहा था। डॉ. विजयवर्गीय ने आशा जताई कि अब सीधे केंद्र सरकार के अधीन आ जाने पर राज्य का तेजी से विकास होगा तथा व्यापार-व्यवसाय में भी तरक्की होगी। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में लद्दाख के लोगों के जीवन स्तर में उल्लेखनीय बदलाव आएगा।
मिर्ची बाबा ने केंद्रीय जेल अधीक्षक के कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल कहा, कैदियों के पेट काटकर उनकी स्वंत्रता और गरिमा तथा जेल की गोपनीयता कर रहे भंग भोपाल। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने केंद्रीय जेल भोपाल के अधीक्षक पर कैदियों के पेट काटकर उनकी स्वंत्रता और गरिमा तथा जेल की गोपनीयता कर रहे भंग करने का आरोप लगाया है। मिर्ची बाबा ने कहा कि मुझे विशेष सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि जेल में बंद कैदियों के पेट का हक काट कर जेल अधीक्षक ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की कथा का आयोजन केंद्रीय जेल में किया गया एवं कथा के दौरान संबंधित कैदियों से समव्यावहार व बातचीत का वार्तालाप कथावाचक के यूट्यूब चैनल पर भी चलाया जा रहा है । मिर्ची बाबा ने कहा कि केन्द्रीय जेल भोपाल में वर्ष 2023 में कथावाचक हरि ठाकुर चंडीगढ़ एवं वर्ष 2024 में कथावाचक आचार्य अनिरुद्धाचार्य की बड़े स्तर पर दो भागवत कथाओं का आयोजन किया गया था। सवाल यह उठता है कि आयोजन में खर्च की गई राशि और उसकी अनुमति क्या प्रशासन से ली गई थी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन के...
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