रीवा और शहडोल संभाग के कई छात्र-मजदूर परेशान


भोपाल। रीवा तथा शहडोल संभाग के परेशान कई छात्र-मजदूर भोपाल में लॉकडाउन के कारण फंसे हुए है। अब उनके पास खाने-पीने तथा जरुरत का सामान भी नहीं है, जिससे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ के घर में परेशानी है, कुछ का स्वस्थ्य खराब है जिस कारण से सभी को घर पहुंचाना अति आवश्यक हो गया है। यह कहना है प्रदेश कांग्रेस के महासचिव पवन कुमार पटेल का। श्री पटेल ने कहा कि हमारे द्वारा पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री, रेल मंत्री, कलेक्टर भोपाल को जानकारी भेज कर कहा है कि रेवांचल एक्सप्रेस को एक दिन के लिए चलाया जाय या बस की व्यवस्था की जाय। जब तक किसी तरह की व्यवस्था नहीं होती है तब तक कम से कम हमने जो सूची सौंपी है उन लोगों के खाने की व्यवस्था की जाय लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है। इसी सम्बन्ध में दोपहर 12.45 बजे एक ज़ूम विडियो मीटिंग का आयोजन रखा गया, जिसमें सैकड़ों परेशान छात्रों, जनता ने भाग लिया। इसमे मुख्यमंत्री, कलेक्टर भोपाल को बार-बार शामिल होने का निवेदन किया था लेकिन उनकी तरफ से न ही कोई जबाब आया और न ही उनका कोई प्रतिनिधि शामिल हुआ।
उक्त मीटिंग में प्रमुख रूप से राज्य सभा सांसद राजमणि पटेल प्रमुख रूप से शामिल हुए। श्री पटेल ने ही सर्वप्रथम छात्रों और परेशान जनता की आवाज को उठाते हुए केन्द्रीय रेल मंत्री को और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तथा कलेक्टर भोपाल को पत्र लिख कर, चर्चा कर रेवांचल एक्सप्रेस चलाने की मांग किया था। श्री पटेल ने कहा की हर दु:ख में छात्रों के साथ खड़े है। उनका दु:ख हमारा दु:ख है और रेल मंत्री आदि से पुन: बात करने की बात कही। 


छात्रों ने अपने दु:ख को साझा किया


उक्त ऑनलाइन मीटिंग में कई छात्रों ने अपने दु:ख को साझा किया। एक छात्र ने बताया की सरकार द्वारा इस समय जितने भी हेल्प लाइन नंबर जारी किया गया है, कहीं भी कोई रिस्पोंस नहीं मिलता है । 20 दिन से आज तक एक वक्त का खाना नहीं मिल सका। एक छात्र ने बताया की उसके सारे पैसे खत्म हो गये है और वो दूसरों की मदद से अपना खाना पीना कर रहा है। एक छात्र ने बताया की छात्रों को घर जाने के लिए जो नंबर दिया उस पर बोला जाता है की आप अपनी खुद का वाहन कर लो, लेकिन हमारी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि हम खुद के वाहन से घर जा सके और अब हमारे पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है। इसी तरह कई छात्रों ने अपनी पीड़ा व्यक्त किया किसी के यहां कोई बीमार है, किसी के रिस्तेदार की मौत हो गई है। इसी प्रकार भोपाल में रीवा की तरफ के हजारों छात्र व जनता फंसी हुई है।


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