राम मंदिर भूमि पूजन से पहले आमने-सामने दिग्विजय और जयभान


- दिग्विजय सिंह बोले, हमारी आस्था के केंद्र भगवान राम ही हैं


भोपाल। पांच अगस्त को अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर भूमि पूजन से पहले मध्यप्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सुर भी बदल गए हैं। दिग्विजय सिंह के राम मंदिर बनने का समर्थन करने पर पूर्व मंत्री और बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे जयभान सिंह पवैया ने पलटवार किया है। जयभान सिंह ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा है कि आतंकियों के वध पर रोने वाले कारसेवकों के बलिदान पर एक शब्द भी नहीं बोले थे। राम मंदिर निर्माण के लिए कांग्रेसियों के समर्थन या विरोध का अब मायना ही क्या है ? जयभान सिंह ने कहा कि फैसला आने के पहले इनमें से कौन ऐसा माई का लाल है जिसने राम मन्दिर गर्भ गृह पर ही बनने का दावा किया हो। इससे पहले दिग्विजय सिंह ने अपने बयान में कहा था कि हमारी आस्था के केंद्र भगवान राम ही हैं। और आज समूचा देश भी राम भरोसे ही चल रहा है। इसीलिए हम सबकी आकांक्षा है कि जल्द से जल्द एक भव्य मंदिर अयोध्या राम जन्म भूमि पर बने और राम लला वहां विराजें। उन्होंने कहा था कि राजीव गांधी जी भी यही चाहते थे।



कमलनाथ ने किया था समर्थन


एक दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर बनने का स्वागत करते हुए कहा था कि हर भारतीय यह चाहता है कि जल्दी से जल्दी राम मंदिर बने। और यह केवल भारत में ही संभव है कि सबकी सहमति से राम मंदिर बन रहा है। जय भान सिंह पवैया ने अपने बयान में कमलनाथ पर भी निशाना साधा है और लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले आखिरकार ऐसे कितने कांग्रेसी हैं जिन्होंने राम मंदिर गर्भ गृह में ही बनने का समर्थन किया था।


5 अगस्त को होगा भूमि पूजन


सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त को होने जा रहा है। पूरे विधि विधान के साथ भूमि पूजन की तैयारी है। इस मौके पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में मौजूद रहेंगे। उनके अलावा करीब 200 मेहमानों की लिस्ट भी बनाई गई है। इनमें से मध्य प्रदेश से भी दो बड़े नेता अयोध्या में मौजूद रहेंगे। एक पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और दूसरे पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के नाम उसमें शामिल हैं। हालांकि, भूमिपूजन के मुहूर्त को लेकर दिग्विजय सिंह सवाल उठा रहे हैं।


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