आज पृथ्वी का होगा मंगल से सामना


26 माह के इंतजार के बाद मंगलमिलन की घड़ी आज

भोपाल । मंगलवार 13 अक्टूबर को मंगल पृथ्वी और सूर्य में मंगल उदित हो रहा होगा। इस समय पृथ्वी से नजदीक होने के कारण यह बड़ा एवं स्पष्ट दिखाई दे रहा है। नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इस खगोलीय घटना को मार्स एट अपोजिशन कहा जाता है। सारिका ने जानकारी दी कि इस समय मंगल की पृथ्वी से दूरी भी दूरी घटकर लगभग 6 करोड़ 20 लाख किमी (62070493 किमी) रह गई है।
सारिका ने बताया कि मंगल और पृथ्वी हर 26 माह बाद एक दूसरे के पास आ जाते हैं। दोनो ग्रहों के अंडाकार पथ में घूमने के कारण तथा पृथ्वी और मंगल की कक्षा कुछ डिग्री से झुकी होने के कारण इस दूरी का मान घटता -बढ़ता रहता है। पृथ्वी से नजदीकी के कारण मंगल पर अंतरिक्ष अभियान भेजने का सबसे अच्छा समय है इसलिये नासा, यूएई और चीन के अंतरिक्षयान मंगल की यात्रा पर भेजे गये हैं। सौरमंडल के चौथे और पृथ्वी के पड़ौसी ग्रह से मंगलमिलन की घड़ी आ गई है। अगर बादल बाधा न बने तो बिना किसी टेलिस्कोप खाली आंखों से पूर्व दिशा में देखिये इस खगोलीय घटना और वैज्ञानिक परिचय बढ़ाईये पड़ोसी मंगल से।

मंगल की वैज्ञानिक जानकारी :

1-मंगल का एक साल- 687 पृथ्वी के दिन के बराबर
2 - मंगल का एक दिन-24 घंटे 37 मिनिट
3 -चंद्रमा की संख्या- 2 फोबोस और डेमियोस
4 वातावरण- 96 प्रतिशतः कार्बनडाईआक्साईड, 2 प्रतिशत नाइट्रोजन



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