Skip to main content

मनमानी एवं जबरिया विस्थापन की अपराधी हैं सरकारें : तिवारी



दिल्ली के किसान आंदोलन में शहीद किसानों को दी गई श्रद्धांजलि एवं आंदोलन का किया गया समर्थन

सीधी । संजय टाइगर रिजर्व सीधी के 50 गांव के ग्रामीणों के जबरिया एवं मनमानी विस्थापन को रोके जाने हेतु एकता परिषद के जिला समन्वयक सरोज सिंह के आयोजकत्व में ग्राम डेवाडाँड़ में धरना आंदोलन आयोजित किया गया। आयोजित धरना आंदोलन के मुख्य अतिथि टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी रहे एवं अध्यक्षता स्थानीय निवासी गिरधारी बैगा ने की। धरना आंदोलन को संबोधित करते हुए उमेश तिवारी ने कहा कि संजय टाइगर रिजर्व सीधी के 50 ग्रामो के आदिवासी एवं बनवासियों को छल एवं धोखे से जबरिया विस्थापित किए जाने का जो षड्यंत्र विभागीय कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है वाह केंद्र एवं प्रदेश की सरकारों के निर्देश पर ही किया जा रहा है। सरकारों का काम लोगों की भलाई के लिए होना चाहिए लेकिन सरकारों द्वारा किए जा रहे काम चंद उद्योगपतियों एवं पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के हैं। आजादी के बाद चुनी गई सरकारों ने तमाम प्राकृतिक संसाधनों सहित जमीनों को लूटने की छूट उद्योगपतियों को दी गई है। जमीनों की सरकारी लूट का यह गोरखधंधा 400 साल से भी ज्यादा पुराना है। इतिहास बताता है कि किस तरह राज्य पहले बकायदा नियम, कानूनों और नीति के नाम पर जमीन को अपने हक में लेता है फिर इन्हीं जमीनों को व्यापारिक हित में लूटाता है। जिस प्रकार से उद्योगपतियों के लिए अधिग्रहण और विस्थापन आज हमारी चुनी सरकारों द्वारा किया जा रहा है वही काम अंग्रेज भी करते थे जो इतिहास के पन्नो में दर्ज है। सन 1857 के विद्रोह के बाद जब ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों से छीन कर ब्रिटेन की रानी और सरकार ने सत्ता सीधे अपने हाथ में ली तब दुनिया और देश के इतिहास का सबसे बड़ा भूमि अधिग्रहण हुआ था इसमें विशेष था आदिवासी के हक के जंगल और जमीन को राज्य के अधीन लाना इसका सबसे पहला शिकार थे मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के पचमढ़ी के जंगल में अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह करने वाले आदिवासी सरदार भभूत सिंह कोरकू जिन्हें 1862 में जबलपुर जेल में फांसी दे दी गई और उनकी सारी जमीन लगभग 15000 एकड़ पर देश का पहला आरक्षित बन क्षेत्र बना औरआरक्षित वन क्षेत्र से होकर गुजरना या उसमें से पेड़ के गिरे पत्ते भी उठाना उस समय भी अपराध था और आज भी अपराध है।

जो काम अंग्रेज कर रहे थे उसीको आगे बढ़ाते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह छोटे बड़े उद्योगों को जमीन देने के लिए लैंड बैंक की 2014 में स्थापना की है जिसमें मध्य प्रदेश सरकार ने लगभग 65000 हेक्टर (डेढ़ लाख एकड़) सरकारी जमीन उद्योगपतियों को देने के लिए चिन्हित की है असल मे यह जमीन सार्वजनिक जमीन हैं जैसे चरनोई, खलिहान, श्मशान, तालाब, आबादी, पहाड़, चारोखर, निस्तार और कास्त मद की जमीनें है। अकेले मध्य प्रदेश सरकार डेढ़ लाख एकड़ से भी ज्यादा सामुदायिक हक की जमीन को सरकारी जमीन बताकर उद्योगों को देने की योजना लैंड बैंक 2014 में बना चुकी है तो फिर पूरे देश के स्तर पर क्या हो रहा होगा? आज जरूरत है सार्वजनिक जमीन की इस लूट के खिलाफ किसान, आदिवासी' दलित और जन संगठनो को संगठित होकर विरोध की आवाज उठाने की।

धरना आंदोलन को इन्होंने भी संबोधित किया एकता परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य संतोष जी, एकता परिषद के जिला समन्वयक सरोज सिंह, कस्तूरी बहन, प्रभात वर्मा, राम प्रताप यादव, संतोष उरमलिया, गिरधारी बैगा, संतोष तिवारी, रमाकांत यादव, उमा सिंह, लोरिक यादव, विनय सिंह सहित अन्य। देश कि राजधानी दिल्ली की चहुंदिश सीमा में ठिठुरन भारी ठंड में किए जा रहे किसान आंदोलन के दरमियान शहीद हुए 60 से अधिक किसानों को धरना आंदोलन स्थल पर 1 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई एवं दिल्ली के किसान आंदोलन को समर्थन करने की घोषणा की गई। 



Comments

Popular posts from this blog

हेयर ट्रीटमेंट को लेकर सजग हो रहे लोग : राज श्रीवास

सुनीता ब्यूटी एकेडमी द्वारा दो दिवसीय हेयर मास्टर क्लॉस का आयोजन भोपाल। सौंदर्य के क्षेत्र में कार्यरत राजधानी की जानीमानी संस्था सुनीता ब्यूटी एकेडमी भोपाल द्वारा आनंद नगर में प्रारम्भ किए गए अपने नवीन आउटलेट में 2 दिन का हेयर आर्टिस्ट डिप्लोमा क्लॉस आयोजित किया गया। उक्त जानकारी देते हुए सुनीता ब्यूटी एकेडमी भोपाल की संस्थापक सुनीता सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ के हेयर गुरु के नाम से मशहूर तथा  जानेमाने हेयर एक्सपर्ट राज श्रीवास के मार्गदर्शन में दो दिवसीय हेयर मास्टर क्लॉस और हेयर आर्टिस्ट डिप्लोमा क्लॉस का आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय सत्र में पहले दिन इंटरनेशनल  हेयर कट टेक्निक, एडवांस ब्लो ड्राई स्टाइलिंग, इंटरनेशनल  हेयर कलर टेक्निक, ऑफ्टर कलर स्टाइलिंग, कलर केयर एंड टेक्निक की जानकारी दी जी। वहीं सत्र के दूसरे दिन हेयर नैनो प्लास्टिया ट्रीटमेंट, मेगा साइन ट्रीटमेंट,  इको प्लास्टिया ट्रीटमेंट, हेयर बोटोक्स ट्रीटमेंट, हेयर कॉलेजेन ट्रीटमेंट,  फ्रिज़ ऑट हेयर ट्रीटमेंट की जानकारी सभी ब्यूटी आर्टिस्टों की दी गई। ब्यूटी एक्सपर्ट सुनीता सिंह और गायत्री मालवीय द्...

जेल के अन्दर का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर जेल की सुरक्षा के साथ किया खिलवाड़ : मिर्ची बाबा

मिर्ची बाबा ने केंद्रीय जेल अधीक्षक के कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल कहा, कैदियों के पेट काटकर उनकी स्वंत्रता और गरिमा तथा जेल की गोपनीयता कर रहे भंग भोपाल। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने केंद्रीय जेल भोपाल के अधीक्षक पर कैदियों के पेट काटकर उनकी स्वंत्रता और गरिमा तथा जेल की गोपनीयता कर रहे भंग करने का आरोप लगाया है। मिर्ची बाबा ने कहा कि मुझे विशेष सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि जेल में बंद कैदियों के पेट का हक काट कर जेल अधीक्षक ने कथावाचक  अनिरुद्धाचार्य की कथा का आयोजन केंद्रीय जेल में किया गया एवं कथा के दौरान संबंधित कैदियों से समव्यावहार व बातचीत का वार्तालाप कथावाचक के यूट्यूब चैनल पर भी चलाया जा रहा है । मिर्ची बाबा ने कहा कि केन्द्रीय जेल भोपाल में वर्ष 2023 में कथावाचक हरि ठाकुर चंडीगढ़ एवं वर्ष 2024 में कथावाचक आचार्य अनिरुद्धाचार्य की बड़े स्तर पर दो भागवत कथाओं का आयोजन किया गया था। सवाल यह उठता है कि आयोजन में खर्च की गई राशि और उसकी अनुमति क्या प्रशासन से ली गई थी।  उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन के...

भूमि पूजन करने आईं मंत्री, मधुमक्खियों ने लगवा दी दौड़

जान बचाकर दौड़ीं, काम नहीं आई सरकारी सुरक्षा व्यवस्था  मंच से शुरू हुआ मधुमक्खियों का कहर, मच गई भगदड़ सतना (मध्य प्रदेश)।  नेता और मंत्री जहां जाते हैं, वहां सुरक्षा का इतना कड़ा घेरा होता है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। लेकिन सतना में मधुमक्खियों ने इस सुरक्षा का ऐसा मजाक उड़ाया कि मंत्री और अधिकारी तक जान बचाकर भागने पर मजबूर हो गए! शुक्रवार को सतना के सिविल लाइन इलाके में बन रहे शहीद स्मृति पार्क का भूमि पूजन समारोह था। राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी जैसे ही पूजा की तैयारी करने लगीं, अचानक सैकड़ों मधुमक्खियों का झुंड वहां आ धमका। मधुमक्खियों ने बिना किसी चेतावनी के ऐसा हमला किया कि पूरा कार्यक्रम स्थल जंग का मैदान बन गया। अफसर, नेता, सुरक्षा गार्ड—जो जहां था, वही से अपनी जान बचाने भागा! मंत्री प्रतिमा बागरी भी दौड़ती नजर आईं, उनके साथ अधिकारियों की भी हालत खराब हो गई। सुरक्षा बेबस, मंत्री को भी भागना पड़ा मंत्री और अधिकारी अक्सर वीआईपी सुरक्षा घेरे में चलते हैं, लेकिन यहां मधुमक्खियों ने सारी व्यवस्थाओं को ध्वस्त कर दिया। गार्ड, पुलिसकर्मी भी बचने के लिए इधर-उधर भागते दिखे। ...