मां सरयू के गोद में राम भक्त करेंगे रामायण कालीन अयोध्या का दर्शन



भगवान श्रीराम की नगरी में चलेंगे रामायण क्रूज

काशी की तर्ज पर होगा संचालन, खान-पान होगा विशेष

अयोध्या। धार्मिक नगरी अयोध्या में एक तरफ भगवान प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है। तो दूसरी तरफ अयोध्या विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो रही है। इसी बीच प्रदेश सरकार रामनगरी को एक और सौगात देने जा रही है। दरअसल बनारस की तर्ज पर अब अयोध्या में भी क्रूज चलाए जाने की योजना धरातल पर उतारी जा रही है। जिसका प्रमाण गुप्तार घाट पर युद्ध स्तर हो रहा निर्माण कार्य दे रहा है।

विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि अगले 3 से 4 महीने में अयोध्या के सरयू नदी में रामायण क्रूज का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। करीब 9 करोड़ रुपए की लागत से इस योजना को पूरा किया जाना है। साथ ही बताया कि रामायण क्रूज़ का निर्माण वाराणसी की अलकनंदा क्रूज साइंस करेगी। जबकि वहीं क्रूज़ को सोलर लाइट से चलाने की जिम्मेदारी केरल की कंपनी को दिया गया है। लिहाजा बहुत जल्द भगवान श्रीराम की नगरी में मां सरयू के गोद में राम भक्त रामायण क्रूज में रामायण कालीन अयोध्या का दर्शन करेंगे। 

क्रूज पर मिलेगा पारंपरिक परिधान व खान-पान

रामायण क्रूज में अयोध्या की प्राचीनता और संस्कृति को संजोए हुए सरयू नदी में संचालित किया जाएगा। जिसमें पर्यटकों को रामायण कालीन दृश्य दिखाए जाएंगे । इसके अलावा अयोध्या के पारंपरिक पहनावे और भोज पदार्थों का समावेश भी देखने को मिलेगा। जानकारी के मुताबिक रामायण क्रूज के अटेंडर धोती कुर्ता और पगड़ी में श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगे। तो वहीं यहां आने वाले पर्यटकों को भोजन भी प्राचीन पद्धति यानी कि पत्तल, कुल्लड़ और कोसा में परोसा जाएगा। श्रद्धालु अयोध्या के नया घाट से भगवान राम के बैकुंठ जाने वाले स्थान यानी कि गुप्तार घाट तक लगभग 13 किलोमीटर क्रूज का आनंद लेंगे

 अलकनंदा को मिली एनओसी

विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताते है कि क्रूज भाग बनाने वाली कंपनी अलकनंदा क्रूज साइंस ने कहा कि अगले 3 महीने में निर्माण पूरा कर लेगी। विभिन्न विभागों से उन्होंने एनओसी प्राप्त कर ली है। इसके साथ ही क्रूज़ को संचालित करने के पहले सुरक्षा की दृष्टि से सभी एनओसी के आधार पर इंस्पेक्शन होगा। क्रूज में पूरे रामायण का प्रसंग दिखाया जाएगा। इसके साथ ही भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी चलचित्र प्रदर्शित किए जाएंगे। 

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