लगाव और प्यार महसूस कर खिल उठी नेत्रहीन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान



-ऐंजिल्स वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने बिखेरी खुशियों की महक

भोपाल। कहते हैं किसी के चेहरे पर मुस्कान लाना सबसे पुण्य का काम होता है, पर जब कोई इस खुशी को सिर्फ अंदर से महसूस करें तो उस भाव लाने वाला उस पल उन जरूरतमंदों के लिए किसी दूत से कम नहीं होता।  कुछ ऐसा ही किया है राजधानी की जानीमानी संस्था ऐंजिल्स वेलफेयर सोसाइटी की सदस्यों ने। रविवार को ऐंजिल्स वेलफेयर सोसाइटी की महिला सदस्यों  ने बागमुगालिया स्थिति नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड भोपाल के बच्चों के साथ खुशियों का ऐसा रंग बिखेरा कि उनके चेहरे पर मुस्कान की नई रोशनी नजर आने लगी। इस दौरान ऐंजिल्स वेलफेयर सोसाइटी की सदस्यों  ने वहां बच्चों को बहुत सारे खेल खिलाएं। जिसमें राजमा चना अलग करना, एक गिलास पानी को दूसरे गिलास में डालना और कुछ चीजें जिसे लेकर वह गए थे उनको पहचानना आदि शामिल थे। इतना ही नहीं बच्चों ने इस दौरान गीत-संगीत में भी अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया। इसके साथ ही संस्था द्वारा बच्चों के बीच उपहार का भी वितरण किया गया। 



इस अवसर पर उपस्थित की समता अग्रवाल ने कहा कि हमारा मकसद इन बच्चों के जीवन में खुशिया लाना है। हमारी संस्था द्वारा इस तरह का आयोजन निरंतर किया जाता है ताकि समाज में फैली कुरीतियों को मिटाकर हम सभी लोगों को करीब ला सकें । उन्होंने कहा की आज बच्चों के चेहरे पर मुस्कान देखकर दिल को सुकून मिल रहा है। मानव अग्निहोत्री, शुची अग्रवाल, स्मिता मेहता, श्रीदेवी प्रसाद, सिम्मी पुंछी, जयश्री अग्निहोत्री ने भी कहा कि हम सबके पास ईश्वर ने सब कुछ दिया है लेकिन वो बच्चे जो अपने नेत्रों से नही देख पाते ईश्वर उन्हें मानस नेत्र प्रदान करता है। जिसके चलते उनकी समझने की शक्ति अधिक होती है। इन बच्चों के बीच आ कर हमें बहुत सुखद अनुभूति हो रही है। इस दौरान नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड भोपाल के उदय हतवलने व मनोज शर्मा का बच्चों के प्रति समर्पण देखते ही बन रहा था।

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