नेहरू पर गरमाई राजनीति, नेता प्रतिपक्ष बोले-अब गोडसे भी आएंगे नजर



दूसरे दिन 13 विधायकों ने ली शपथ, विधानसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित 
सदन से हटाई गई नेहरू की तस्वीर, आसंदी के पीछे नजर आए अंबेडकर 

भोपाल । 16वीं विधानसभा की शुरुआत में सोमवार को सदन के अंदर एक बड़ा बदलाव देखने को मिला था। आसंदी के पीछे लगी देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर को हटा दिया गया। उनके स्थान पर यहां संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को लगा दिया गया। बताया जा रहा है कि नेहरू की यह फोटो नई विधानसभा की शुरुआत से यहां लगाई गई थी। भाजपा विधायक लंबे से इस बदलाव की मांग उठाते आ रहे थे। विधानसभा सचिवालय ने आखिर इस पर निर्णय लेते हुए यह परिवर्तन कर दिया। फोटो में बदलाव होते ही इस पर सियासत भी शुरू हो गई, जहां सत्ता पक्ष भाजपा ने इस निर्णय का स्वागत किया है वहीं कांग्रेस ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। सदन में अंदर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटा कर संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगाए जाने पर कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि अंबेडकर की तस्वीर लगाई जाने का हम स्वागत करते हैं लेकिन पंडित नेहरू की तस्वीर हटाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर के बाद भाजपाई अब विधानसभा में गोडसे के फोटो लगाएंगे। श्री सिंघार ने कहा कि नेहरू जी का फोटो हटाना महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि भाजपा द्वारा उनके विचार खत्म करने का प्रयास है। आगे देखिए, अंबेडकर जी का फोटो हटाकर गोडसे का फोटो लगाएंगे। वहीं सदन के उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि नेहरू की फोटो विधानसभा से हटाना अनुचित है। विधानसभा में सभी महापुरषों की फोटो लगनी चाहिए। लेकिन पुरानी हटाने की परंपरा गलत है। 

कांग्रेस कर रही प्रदर्शन की बात  

मध्यप्रदेश विधानसभा में सदन में अंदर से पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाए जाने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस अपने नेता नेहरू के अपमान को लेकर आगबबूला हो गई है। सदन के बाहर कांग्रेस प्रदर्शन करने की बात कर रही है। कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हाफिज का बयान है कि देश के पहले प्रधानमंत्री का अपमान भाजपा ने किया है। इतिहास को मिटाने की कोशिश की जा रही है। अब्बास ने मांग उठाई कि विधानसभा में नेहरूजी की तस्वीर उसी जगह लगाई जाए जहां पहले लगी थी। ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस के विधायक तस्वीर को वहीं लगाएंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नेहरू का अपमान भाजपा को भारी पड़ेगा। 

फोटो हटाना अफसोसजनक : जयवर्धन सिंह 

विधानसभा में आसंदी के पीछे जवाहर लाल नेहरू की जगह अंबेडकर की फोटो लगाने पर आज भी राजनीति गरमाती रही। कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि सदन से जवाहरलाल नेहरु की फोटो हटाना अफसोसजनक है। दो देश एक साथ आजाद हुए थे भारत और पाकिस्तान। पाकिस्तान के क्या हालत हो गई है सबको पता है। भारत लोकतंत्र की नींव मजबूत जवाहरलाल नेहरू के कारण हुई है, मैं प्रोटेम स्पीकर से ऐसी हल्की राजनीति को लेकर चर्चा करूँगा।  

अंबेडकर का चित्र भारत के संविधान का चित्र : रामेश्वर शर्मा

भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि क्या कांग्रेस बाबा साहब में गोडसे को देखती है। उन्होंने कहा कि अंबेडकर का चित्र भारत के संविधान का चित्र है। अंबेडकर करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र हैं संविधान निर्माता है, कांग्रेस बताए कि उसे बाबा अंबेडकर के प्रति आस्था और विश्वास है कि नहीं। 

बाबा साहब की फोटो  लगाना अच्छी पहल: कृष्णा गौर 

भाजपा विधायक कृष्णा गौर ने कहा कि यह एक अच्छी प्रकिया है। संविधान निर्माता बाबा साहब की फ़ोटो लगाना अच्छी परंपरा है, हम बाबा साहब का सम्मान करते हैं, कांग्रेस में केवल बाबा साहब का उपयोग वोट बैंक के रूप में किया हैस कांग्रेस इस मामले में जबरन राजनीति कर रही है...
 कांग्रेस का विरोध गलत : गोविंद सिंह राजपूत
विधानसभा स्थगित होने के बाद भाजपा विधायक गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि बाबा साहेब डॉ अंबेडर की फोटो लगाने का विरोध करना कांग्रेस को शोभा नहीं देता। उन्हें इसका स्वागत करना चाहिए।  

कांग्रेस का काम भ्रम फैलाना : इंदर सिंह

भाजपा विधायक इंदर सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस का काम सिर्फ भ्रम फैलाना है। कांग्रेस डॉ. भीमराव अंबेडकर का सम्मान नहीं करती है। 

भाजपा ने छोटी मानसिकता का परिचय दिया : कमलनाथ    

कमलनाथ से एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा- विधानसभा से पंडित जवाहरलाल नेहरू का चित्र हटाया जाना अत्यंत निंदनीय है। मैं विधानसभा में संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर का चित्र लगाने का स्वागत करता हूं। बाबा साहेब के चित्र को विधानसभा में सम्मानित स्थान पर लगाया जा सकता था, लेकिन जानबूझकर पंडित नेहरू का चित्र हटाया गया।

इनको दी गई श्रद्धांजलि 

विधानसभा में आज पूर्व मंत्री सरताज सिंह, रामदयाल अहिरवार, भगवत सिंह पटेल, कल्याण जैन, लीलाराम भोजवानी, ताराचंद पटेल और रामदयाल भारद्वाज को श्रद्धांजलि दी गई है। ये सभी विधानसभा के पूर्व सदस्य रह चुके हैं। इनके साथ ही पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एम एस गिल को भी सदन में याद कर नमन किया गया। 

विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव आज, तोमर को कांग्रेस का समर्थन 

 मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। 20 दिसंबर बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। बुधवार को ही राज्यपाल का अभिभाषण भी होगा। 21 दिसंबर को शासकीय कार्य और राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रस्ताव पर चर्चा होगी। विधानसभा में सोमवार को विधायक नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव ने प्रस्ताव विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह को सौंपा। प्रस्ताव का समर्थन नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने किया। इस तरह विधानसभा अध्यक्ष के सर्वसम्मति से निर्वाचित होने का रास्ता साफ हो गया है। इधर, कांग्रेस ने विधानसभा में उपाध्यक्ष पद उसे देने का आग्रह किया है।

कमलनाथ सहित 10 विधायकों की होगी सपथ

विधानसभा में अब तक 220 विधायकों ने शपथ ग्रहण कर ली है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित शेष विधायक ही शपथ लेने के लिए रह गए हैं। अब तीसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा। मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को 13 विधायकों ने शपथ ग्रहण की। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने सबसे पहले शेष विधायकों को शपथ दिलवाई। भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने संस्कृत तो कांग्रेस एमएलए आतिफ अकील ने उर्दू में शपथ ली। इसके बाद सदन में निधन का उल्लेख किया गया और कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। अब सदन में तीसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन किया। बता दें कि इसके पहले 207 विधायकों ने सोमवार को शपथ ग्रहण की थी। अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित 10 विधायकों को छोड़कर सभी 220 विधायकों ने शपथ ले ली है। इधर, दिल्ली प्रवास पर होने के चलते पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए। उन्होंने दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की है। 

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