भाजपा में शामिल हो सकते हैं आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज



राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराने के बाद कांग्रेस और अन्य दलों से संतों का मोह हो रहा भंग

भोपाल। अयोध्या में प्रभु श्री रामलला की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम ठुकराना कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को अब भारी पड़ने लगा है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों से जुड़े राष्ट्र संतों ने अब इन पार्टियों से किनारा करना शुरू कर दिया है। राम मंदिर के निर्माण के बाद अब मध्यप्रदेश में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। संतों का झुकाव अपने आप भाजपा की ओर बढ़ने लगा है। राष्ट्रीय पटल पर भाजपा एक बड़ी हिंदुत्व रक्षक पार्टी बन चुकी है। शायद यही वजह है कि संत समाज कांग्रेस, सपा, बसपा जैसी अन्य दलों को दरकिनार कर अब भाजपा का दामन थाम सकते हैं। आगामी लोक सभा चुनाव से पूर्व संत समाज से एक बड़ा वर्ग अब भाजपा में शामिल हो सकता है। 
सूत्रों की माने तो निरंजनी पंचायती अखाड़ा के महामंडलेश्वर आचार्य  स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार को पूर्व गृह मंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता डा नरोत्तम मिश्रा से उनके निवास पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज की सौजन्य मुलाकात को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। डा नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात और भाजपा में शामिल होने के सवाल पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज ने कहा कि राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराने वाली कांग्रेस पार्टी हमेशा से धर्म विरोधी रही है। अन्य विपक्षी दल जो भी इनके सहयोगी रहे हैं उनके प्रति भी मेरा  मोह भंग हो गया है। उन्होंने कहा कि सनातन और हिंदुत्व के गौरव डा नरोत्तम मिश्रा एक हिन्दुत्व हृदय सम्राट हैं जो हमेशा से हिंदुत्व की लड़ाई लड़ते रहे हैं, उनसे मेरी यह एक सौजन्य भेंट थी। हालाकि भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा पर माना जा रहा है कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज हजारों लोगों के साथ जल्द ही भाजपा में जा सकते हैं।

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