जापान के सहयोग से मध्यप्रदेश बनेगा उद्योग एवं निवेश का नया हब



मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सफल जापान यात्रा से निवेश और औद्योगिक विकास को मिलेगी नई रफ्तार

संदीप सिंह गहरवार 

भोपाल। (समीक्षा एक्सप्रेस)। मध्यप्रदेश अब औद्योगिक विकास और निवेश के लिए देश का सबसे आकर्षक गंतव्य बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की चार दिवसीय जापान यात्रा (28-31 जनवरी) प्रदेश में नए उद्योगों, विदेशी निवेश और आर्थिक विकास के नए द्वार खोलने वाली साबित हुई है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने समीक्षा एक्सप्रेस को बताया कि उनकी यात्रा के दौरान जापान की प्रमुख कंपनियों और सरकारी संस्थाओं के साथ कई अहम समझौते हुए हैं। जापान, 24-25 फरवरी को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS-2025) का कंट्री पार्टनर होगा। इससे मध्यप्रदेश को उद्योग और निवेश के क्षेत्र में एक वैश्विक पहचान मिलेगी।

मप्र में जापानी निवेश की सुनामी, कई सेक्टर होंगे लाभान्वित

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बताया कि जापान की प्रमुख कंपनियों ने ऑटोमोबाइल, मेडिकल डिवाइसेस, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में निवेश की गहरी रुचि दिखाई है। कई कंपनियां समिट में भाग लेंगी और मध्यप्रदेश में नए उद्योगों की स्थापना के लिए समझौते किए जाएंगे। इस यात्रा के बाद प्रदेश में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के विदेशी निवेश की संभावना बन रही है, जिससे हजारों नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

जापान-मप्र औद्योगिक सहयोग फोरम की स्थापना होगी

प्रदेश में "जापानी इंडस्ट्रियल पार्क", "कौशल विकास केंद्र" और "स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग हब" स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए एक "जापान प्लस सेल" भी बनाया जाएगा, जो जापानी निवेशकों के साथ निरंतर समन्वय स्थापित करेगा और उद्योगों के विकास को सुगम बनाएगा।

मध्यप्रदेश को मिलेगा टोक्यो का स्मार्ट सिटी मॉडल

मुख्यमंत्री ने टोक्यो की गवर्नर युरिको कोइके से मुलाकात कर शहरी विकास, जल प्रबंधन और कचरा प्रबंधन में जापानी सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि भोपाल और इंदौर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए टोक्यो मॉडल को अपनाया जाएगा।

हाई-स्पीड रेल और लॉजिस्टिक्स में भी जापानी सहयोग

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बताया कि जापान के भूमि एवं बुनियादी ढांचा मंत्रालय के साथ मध्यप्रदेश में हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की संभावनाओं पर चर्चा हुई। इसके अलावा, स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम और लॉजिस्टिक्स में भी जापानी मॉडल अपनाने पर सहमति बनी है।

जापान की दिग्गज कंपनियों से हुए प्रमुख समझौते 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टोयोटा, पैनासोनिक, ब्रिजस्टोन, यूनिक्लो, योकोगावा, एबारा, सिस्मेक्स और टेक्नोक्राफ्ट जैसी वैश्विक कंपनियों के साथ निवेश और औद्योगिक साझेदारी को लेकर विस्तृत चर्चा की। 
• टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन : मध्यप्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग और ऑटोमोबाइल सप्लाई चेन को मजबूत करने के लिए साझेदारी।
ब्रिजस्टोन कॉर्पोरेशन : पीथमपुर प्लांट का विस्तार, नई उत्पादन लाइन और आर एंड डी सेंटर की स्थापना।
यूनिक्लो (फास्ट रिटेलिंग) : टेक्सटाइल सेक्टर में निवेश, ‘फार्म-टू-फॉरेन’ मॉडल को बढ़ावा।
सिस्मेक्स कॉर्पोरेशन : उज्जैन मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश की योजना।
एबारा कॉर्पोरेशन : औद्योगिक पंप निर्माण और सेमीकंडक्टर कंपनियों के लिए आपूर्ति केंद्र की स्थापना।
टेक्नोक्राफ्ट लिमिटेड : उज्जैन के पास स्कैफोल्डिंग विनिर्माण इकाई स्थापित करने की योजना।

मप्र को निवेश और उद्योगों का ग्लोबल हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम

मुख्यमंत्री ने कहा कि जापान की विश्वस्तरीय कंपनियों का निवेश प्रदेश में औद्योगिक क्रांति लाएगा। इससे प्रदेश में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर होगा और आर्थिक गतिविधियों में जबरदस्त उछाल आएगा। मुख्यमंत्री ने जापानी निवेशकों को आश्वस्त किया कि मध्यप्रदेश में उद्योगों को हर संभव सरकारी सहयोग मिलेगा। सरकार की सरल निवेश नीतियां, उत्कृष्ट अधोसंरचना और अनुकूल कारोबारी माहौल प्रदेश को देश का सबसे तेजी से बढ़ता औद्योगिक राज्य बनाएंगे।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में जापान की भागीदारी से मध्यप्रदेश का औद्योगिक परिदृश्य पूरी तरह बदलने की उम्मीद है। मध्यप्रदेश अब सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि एक ‘ग्लोबल इंडस्ट्रियल डेस्टिनेशन’ बनने की राह पर है!

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