विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया, कैसे करें अनेक महत्वपूर्ण तारामंडलों से मुलाकात भोपाल । ....ऐ भाई जरा देख के चलो , आगे ही नहीं पींछे भी, दांये ही नंहीं, बांये भी....... नेश के प्रसिद्ध कवि स्व. नीेरज का लिखा फिल्म मेरा नाम जोकर का यह गीत कोविड -19 के संकट में वायरस से बचने के लिये भी संदेश देता है लेकिन सिर्फ आसमान ही एक स्थान रह गया है जिसे देखने से कोविड-19 का संकट नजर नहीं आता है। सोशल डिस्टेसिंग वाले लाॅकडाउन में शाम को आकाश में अनेक महत्वपूर्ण तारामंडलों से आप सीधे साक्षात्कार कर सकते हैं। नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि सूर्यास्त के बाद पश्चिमी दिशा में शुक्र ग्रह के बांई ओर ओरियन या कालपुरूष तारामंडल को दो घंटे तक देख सकते हैं। कालपुरूष या शिकारी या ओरायन आमतौर पर पहचाना जाने वाला तारामंडल हैं। इसमें सात मुख्य तारे हैं। वैसे इसमें दर्जनों तारे हैं। सारिका ने बताया कि इस तारामंडल में तीन तेजी से चमकने वाले तारे एक सीधी रेखा में दिखते हैं जिसे कालपुरूष का बेल्ट कहते हैं। आकाश के पच्चीस सबसे ज्यादा च...